Saturday, February 14, 2009
कल तक ताज और आज ?
ताज सिर पर तभी बना रह सकता है जब तक वह जन कल्याण की राह चलता है। उसकी चाल खराब होने लगे तों यह स्थित बहुत दिन नहीं चलपाती और पैर का जूता पैर से निकल पड़ने को बेचैन हो जाता है और साथ ही वह हाथ को भी पटा लेता है उसे उठा लेने के लिए और चल पड़ता है हाथ ताज को सबक सिखाने। ताज मनमानी करने वाले सिर पर नहीं रहना चाहता उसे वहॉ रहने भी नहीं दिया जाता। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण जार्ज बुश का ताज है से एक साधारण से आदमी के साधारण से जूते के जरिए उसकी औकत दिखा दी गई।
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